एक शब्द का समान अर्थ देने वाले शब्द को पर्यायवाची शब्द कहते है। यह शब्द समान अर्थ होने के कारण दूसरे शब्द का भी स्थान ले लेते है।

पर्यायवाची शब्द

पर्यायवाची शब्द को अंग्रेजी में synonym कहते है।

एक शब्द का समान अर्थ देने के कारण पर्यायवाची शब्द को समानार्थी शब्द भी कहते है।

हिंदी में तत्सम शब्द जो संस्कृत से हिंदी में आए है, पर्यायवाची के रूप में अधिक पाए जाते हैं।

 पर्यायवाची शब्द इस प्रकार है–:

वृक्ष –: पेड़, पादप, विटप, तरु

अग्नि –: अनल, पावक, दहन, ज्वलन,

दवा–: दवाई, औषध, औषधि

अतिथि –: मेहमान ,पाहुन ,आगंतुक, अभ्यागत।

अश्व –: घोड़ा,आशुविमानक, तुरंग, घोटक, हय, तुरंगम, 

अधर्म –: पाप ,अनाचार, अन्याय, अपकर्म, जुल्म।

अचल- अडिग ,अटल ,स्थिर ,दृढ, अविचल।

अनुपम- अनोखा, अनूठा, अपूर्व, अद्भुत, अतुल।

अमृत- मधु, सुधा, पीयूष ,अमी, सोम ,सुरभोग।

अंबा- माता, जननी, मां, जन्मदात्री, प्रसूता।

अलंकार– आभूषण, भूषण, विभूषण, गहना, जेवर।

अहंकार– दंभ, गर्व, अभिमान, दर्प, मद, घमंड, मान।

अरण्य– जंगल, वन, कानन, अटवी, कान्तार, विपिन।

अंकुश– नियंत्रण, पाबंदी, रोक, अंकुसी, दबाव, गजांकुश, हाथी को नियंत्रित करने की कील, नियंत्रित

अंतरिक्ष– खगोल, नभमंडल, गगनमंडल, 

अंतर्धान– गायब, लुप्त, ओझल, अदृश्य।

अंबर– आकाश, आसमान, गगन, फलक, नभ।

अंतर्गत– शामिल, सम्मिलित, भीतर 

कर्ण- सूर्यपुत्र, राधेय, कौन्तेय, पार्थ, अंगराज, सूतपुत्र।

कनक- कंचन, सुवर्ण, हिरण्य, हेम, हाटक, सोना, 

कपोत- कबूतर, हारीत, पारावत, परेवा, रक्तलोचन।

कपड़ा- अंबर, पट, पोशाक, लिबास, परिधान,चीर, वसन, वस्त्र।

कमल- जलज, पंकज, अम्बुज, सरोज, शतदल, नीरज, इन्दीवर, सरसिज, अरविन्द, नलिन, उत्पल, सारंग,

कली- कलिका, मुकुल, कुडमल, डोंडी, गुंचा, कोरक।

कपूर- घनसार, हिमवालुका।

कर- हाथ, हस्त, बाहु, पाणि, भुज।

कर्तव्य- कर्म, कृत्य, विधेय।

कान्ति- प्रकाश, आलोक, उजाला, दीप्ति, छवि, सुषमा,आभा, प्रभा, छटा, द्युति।

कामदेव- मदन, काम, कंदर्प, मनोज, स्मर, मीनकेतु, मनसिज, मार, रतिपति, मन्मथ, अनंग,शंबरारि,कसुमेष, 

किरण- अंशु, रश्मि, कला, कर, गो, प्रभा, दीधिति,

किनारा- तट, कूल, तीर, कगार, पुलिन।

कुत्ता-  सोनहा, शुनक, गंडक, कुकर, ,कुक्कुर।

केला- कदली, भानुफल, गजवसा, कुंजरासरा, मोचा, र 

कौआ- काक, वायस, काण, काग, बलिपुष्ट, करकट,पिशुन।

कंठ- गला, शिरोधरा, ग्रीवा, गर्दन।

कुबेर- धनद, यक्षराज, धनाधिप, यक्षपति, किन्नरेश, राजराज, धनेश।

कृतज्ञ- ऋणी, आभारी, अनुग्रहित, उपकृत

गरुड़- खगेश, खगपति, नागांतक, सुपर्ण, वैनतेय।

गाय- भद्रा, गौरी, सुरभी, धेनु, गऊ, गौ,गैया, पयसि्वनी,दोग्धी।

गंगा- देवनदी, भागीरथी, सुरसरिता, जाह्नवी, मन्दाकिनी विष्णुपदी, सुरसरि, देवपगा, त्रिपथगा, सुरधुनी।

गन्ना- ईक्षु, ऊख, ईख, पौंड़ा।

गणेश- गणपति, गजवदन, मूषकवाहन, लम्बोदर . विनायक, गजानन, भवानीनन्दन।

गुप्त- गूढ़, रहस्यपूर्ण, परोक्ष, छिपा।

गेंद- कन्दुक, गिरिक, गेन्दुक।

गधा- खर, वैशाखनन्दन, गर्दभ, रासभ, लम्बकर्ण,

गीदड़- नचक, शिवां, सियार, जंबुक, श्रृंगाल।

गोद – पार्श्व, अंक, उत्संग, गोदी, क्रोड

घड़ा- घट, कलश, कुंभ, घटक, कुट।

 घी- हव्य, अमृतसार, क्षीरसार, आज्य।

घास- शष्प, शाद, शाद्वल, तृण, दूर्वा, दूब।

घृणा- अरुचि, नफरत, जुगुप्सा, अनिच्छा, विरति, घिन।

घर– आलय, आवास, गेह, गृह, सदन, निवास, भवन, वास, वास -स्थान, शाला, निकेतन, निलय

चाँदनी- चंद्रिका, कौमुदी, हिमकर, अमृतद्रव, उजियारी, ज्योत्स्न्ना, चन्द्रमरीचि, कलानिधि।

चंदन- श्रीखण्ड, गंधराज, गंधसार,मंगल्य, हरिगंध, मलय, दिव्यगंध, मलयज, दारूसार।

चर्म- खाल, चमड़ी, त्वचा, त्वक्।

चाँदी- जातरूप, रजत, रुपक, रूपा, कलधौत, रूप्य, 

चूहा- खंजक, इन्दुर, मूषक, आखु, गणेशवाहन, मूसा।

चोर- तस्कर, रजनीचर, मोषक, कुंभिल, साहसिक,

चोटी- श्रृंग, कूट, शिखा, शिखर, शीर्ष, चूड़ा।

चंद्रमा- सुधाकर, शशांक, रजनीपति 

चमक- ज्योति, प्रभा ,शोभा ,छवि, आभा।

चाँद- चन्द्र, चन्द्रमा, शशि, सोम, विधु, राकेश, शशांक, मयंक, रजनीश, महाताब, तारकेश्वर।

जल- नीर, सलिल, जीवन, तोय, उदक, पानी, पय,अंबु, अंभ, रस, आब, वारि ।

जिह्वा- जीभ, रसज्ञा, रसा, जबान, रसिका, रसना, वाचा।

जगत- विश्व, दुनिया, जगती, संसार, भव, जग, जहान्, लोक।

जहर- हलाहल, विष, गरल, कालकूट, गर

कर्ण अंगराज, सूर्यसुत, अर्कनन्दन, राधेय, सूतपुत्र, रविसुत, आदित्यनन्दन।

कली मुकुल, जालक, ताम्रपल्लव, कलिका, कुडमल, कोरक, नवपल्लव, अँखुवा, कोंपल, गुंचा।

कठिन– दुर्बोध, जटिल, दुरूह।

कंगाल– निर्धन, गरीब, अकिंचन, दरिद्र।

कमज़ोर –दुर्बल, निर्बल, अशक्त, क्षीण।

कुटिल– छली, कपटी, धोखेबाज़, 

छात्र– विद्यार्थी, शिक्षार्थी, शिष्य।

छाया– साया, प्रतिबिम्ब, परछाई, छाँव।

छल– प्रपंच, झाँसा, फ़रेब, कपट।

जननी– माँ, माता, माई. मइया. अम्बा, अम्मा।

जीव– प्राणी, देहधारी, जीवधारी।

जिज्ञासा– उत्सुकता, उत्कंठा, कुतूहल।

जंग– युद्ध, रण, समर, लड़ाई, संग्राम।

जग– दुनिया, संसार, विश्व, भुवन, मृत्युलोक।

जल– सलिल, उदक, तोय, अम्बु, पानी, नीर, वारि, पय, अमृत, जीवक, रस, अप।

जहाज़– जलयान, वायुयान, विमान, पोत, जलवाहन।

जानकी –जनकसुता, वैदेही, मैथिली, सीता, रामप्रिया, जनकदुलारी, जनकनन्दिनी।

झंडा– ध्वजा, केतु, पताका, निसान।

झरना– सोता, स्रोत, उत्स, निर्झर, जलप्रपात, प्रस्रवण, प्रपात।

झुकाव– रुझान, प्रवृत्ति, प्रवणता, उन्मुखता।

झकोर– हवा का झोंका, झटका, झोंक, बयार।

झुठ– मिथ्या, मृषा, अनृत, असत, असत्य।

ठंड– शीत, ठिठुरन, सर्दी, जाड़ा, ठंडक

ठेस– आघात, चोट, ठोकर, धक्का।

ठौर– ठिकाना, स्थल, जगह।

ठग– जालसाज, प्रवंचक, वंचक, प्रतारक।

तन– शरीर, काया, जिस्म, देह, वपु।

तपस्या– साधना, तप, योग, अनुष्ठान।

तरंग– हिलोर, लहर, ऊर्मि, मौज, वीचि।

तरु– वृक्ष, पेड़, विटप, पादप, द्रुम, दरख्त।

तलवार– असि, खडग, सिरोही, चन्द्रहास, कृपाण, शमशीर, करवाल, करौली, तेग।

तम– अंधकार, ध्वान्त, तिमिर, अँधेरा, तमसा।

तस्वीर– चित्र, फोटो, प्रतिबिम्ब, प्रतिकृति, आकृति।

तालाब– जलाशय, सरोवर, ताल, सर, तड़ाग, जलधर, सरसी, पद्माकर, पुष्कर

तारीफ़– बड़ाई, प्रशंसा, सराहना, प्रशस्ति, गुणगाना

तीर– नाराच, बाण, शिलीमुख, शर, सायक।

तोता– सुवा, शुक, दाडिमप्रिय, कीर, सुग्गा, रक्ततुंड।

दर्पण– शीशा, आइना, मुकुर, आरसी।

दास चाकर, नौकर, सेवक, परिचारक, परिचर, किंकर, गुलाम, अनुचर।

दुःख– क्लेश, खेद, पीड़ा, यातना, विषाद, यन्त्रणा, क्षोभ, कष्ट

दूध– पय, दुग्ध, स्तन्य, क्षीर, अमृत।

देवता– सुर, आदित्य, अमर, देव, वसु।

दोस्त सखा, मित्र, स्नेही, अन्तरंग, हितैषी, सहचर।

द्रोपदी– श्यामा, पाँचाली, कृष्णा, सैरन्ध्री, याज्ञसेनी, द्रुपदसुता, नित्ययौवना।

दासी– बाँदी, सेविका, किंकरी, परिचारिका।

धनुष– चाप, धनु, शरासन, पिनाक, कोदण्ड, कमान, विशिखासन।

धीरज– धीरता, धीरत्व, धैर्य, धारण, धृति।

धरती– धरा, धरणी, पृथ्वी, क्षिति, वसुधा, अवनी, मेदिनी।

धवल– श्वेत, सफ़ेद, उजला।

धुंध– कुहरा, नीहार, कुहासा।

ध्वस्त– नष्ट, भ्रष्ट, भग्न, खण्डित।

धूल– रज, खेहट, मिट्टी, गर्द, धूलिा

धंधा– दृढ़, अटल, स्थिर, निश्चित।

नदी– सरिता, दरिया, अपगा, तटिनी, सलिला, स्रोतस्विनी, कल्लोलिनी, प्रवाहिणी।

नमक– लवण, लोन, रामरस, नोन।

नया– ‘नवीन, नव्य, नूतन, आधुनिक, अभिनव, अर्वाचीन, नव, ताज़ा।

अधिकतर पूछे गए प्रश्न

1. ‘पर्यायवाची शब्द’ किसे कहते है?

उत्तर: एक शब्द का समान अर्थ देने वाले शब्द को पर्यायवाची शब्द कहते है। यह शब्द समान अर्थ होने के कारण दूसरे शब्द का भी स्थान ले लेते है।

2. पर्यायवाची शब्द को दूसरे किस नाम से जाना जाता है?

उत्तर: एक शब्द का समान अर्थ देने के कारण पर्यायवाची शब्द को समानार्थी शब्द भी कहते है।

3. कमल के पर्यायवाची शब्द क्या है?

उत्तर: कमल के पर्यायवाची शब्द निम्न है–:

       सरोज, जलज, नीरज, पंकज

4. झंडा के पर्यायवाची शब्द बताओ?

उत्तर: ध्वजा, केतु, पताका, निसान।

5. अमृत के पर्यायवाची शब्द लिखो?

उत्तर: अमृत के पर्यायवाची शब्द निम्न है–:

      मधु, सुधा, पीयूष ,अमी, सोम ,सुरभोग।

Category : Hindi
Tags : तत्सम शब्द , पर्यायवाची शब्द , समानार्थी शब्द

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