किसी भी व्यक्ति की संपूर्ण जानकारी देना जीवन परिचय कहलाता है। अधिकतर जीवन परिचय किसी लेखक या रचनाकार के लिखे जाते हैं।जीवन परिचय हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखे जाते है। अंग्रजी भाषा में लिखे गए जीवन परिचय को ऑटोबायोग्राफी कहते हैं। 

जीवन परिचय में व्यक्ति के नाम, जन्म स्थान, माता का नाम, पिता का नाम, भाई, बहन या पत्नी की जानकारी और उस व्यक्ति ने कहां तक पढ़ाई की है, कहां से पढ़ाई की है। उसने अपने जीवन में कौन सी उपलब्धियां हासिल की है तथा आज कल वह व्यक्ति क्या कर रहा है। यह सभी जानकारी किसी भी व्यक्ति के जीवन परिचय में लिखी जाती है।

जीवन परिचय

जीवन परिचय में उस व्यक्ति के जीवन के उतार चढ़ाव को भी बताया जाता है तथा उस बात के बारे में भी बताया जाता है जिससे उसकी जिंदगी में बदलाव आया है। 

जीवन परिचय लेखक की रचना के पहले लिखे जाते है। जिसमें उसकी रचना के बारे में भी बताया जाता है। उस रचना का एक संक्षिप्त परिचय भी उसके जीवन परिचय में दिया जाता है।

जीवन परिचय कई रचनाओं में लिखा जाता है। जैसे साहित्य में लेखक का जीवन परिचय, कविता में कवि या कवयित्री का जीवन परिचय, नाटक में नाटकार का जीवन परिचय, कहानी में कहानीकार का जीवन परिचय, एकांकी में एकांकीकार का जीवन परिचय आदि। 

 सभी रचनाओं से पहले लेखक, साहित्यकार, कवि आदि का जीवन परिचय लिखा जाता है ताकि उस रचना के बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त हो सके। उस रचना के लिखने का कारण, उसका उद्देश्य और प्रासंगिकता का पता चल सके और यह सभी जानकारी केवल उस रचना को लिखने वाले से ही पता लग सकता है।

जीवन परिचय विख्यात लेखकों और कवियों जैसे भारतेंदु, जय शंकर प्रसाद, प्रेमचंद, मीरा, कबीर, तुलसीदास, जायसी, फणीश्वरनाथ रेणु, चेतन भगत आदि अनेक ऐसे लेखक है जिनके बारे में उनकी रचना के साथ उनका जीवन परिचय लिखा जाता है।

जीवन परिचय के माध्यम से उस व्यक्ति के जीवन के बारे में पता चलता है। उस रचना के बारे में भी पता चलता है। किन परिस्थितियों में यह रचना लिखी गई है, उसका पता चलता है। 

अधिकतर पूछे गया प्रश्न –:

1.जीवन परिचय से आप क्या समझते है?

उत्तर:किसी भी व्यक्ति की संपूर्ण जानकारी देना जीवन परिचय कहलाता है। अधिकतर जीवन परिचय किसी लेखक या रचनाकार के लिखे जाते हैं।जीवन परिचय हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखे जाते है। अंग्रजी भाषा में लिखे गए जीवन परिचय को ऑटोबायोग्राफी कहते हैं। 

2.जीवन परिचय में क्या क्या लिखा जाता है?

उत्तर:जीवन परिचय में व्यक्ति के नाम, जन्म स्थान, माता का नाम, पिता का नाम, भाई, बहन या पत्नी की जानकारी और उस व्यक्ति ने कहां तक पढ़ाई की है, कहां से पढ़ाई की है। उसने अपने जीवन में कौन सी उपलब्धियां हासिल की है तथा आज कल वह व्यक्ति क्या कर रहा है। यह सभी जानकारी किसी भी व्यक्ति के जीवन परिचय में लिखी जाती है।

3.रचनाओं से पहले लेखक का जीवन परिचय क्यों लिखा जाता है। 

उत्तर:सभी रचनाओं से पहले लेखक, साहित्यकार, कवि आदि का जीवन परिचय लिखा जाता है ताकि उस रचना के बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त हो सके। उस रचना के लिखने का कारण, उसका उद्देश्य और प्रासंगिकता का पता चल सके और यह सभी जानकारी केवल उस रचना को लिखने वाले से ही पता लग सकता है।

4.कुछ विख्यात लेखकों/लेखिकाओं के नाम बताओ जिनके जीवन परिचय लिखे जाते हैं।

उत्तर: जीवन परिचय विख्यात लेखकों और कवियों जैसे भारतेंदु, जय शंकर प्रसाद, प्रेमचंद, मीरा, कबीर, तुलसीदास, जायसी, फणीश्वरनाथ रेणु, चेतन भगत आदि अनेक ऐसे लेखक है जिनके बारे में उनकी रचना के साथ उनका जीवन परिचय लिखा जाता है।

5.जीवन परिचय लिखने का उद्देश्य क्या होता है?

उत्तर:सभी रचनाओं से पहले लेखक, साहित्यकार, कवि आदि का जीवन परिचय लिखा जाता है ताकि उस रचना के बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त हो सके। उस रचना के लिखने का कारण, उसका उद्देश्य और प्रासंगिकता का पता चल सके और यह सभी जानकारी केवल उस रचना को लिखने वाले से ही पता लग सकता है।

Category : Hindi
Tags : कबीर , कवि , जीवन परिचय , तुलसीदास , लेखक , साहित्यकार

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