Welcome to NCERT Solutions for Class 7 Hindi Durva Bhag 2 Chapter -10 हम धरती के लाल . This guide offers step-by-step solutions, designed by language experts to align with the NCERT curriculum, aiding in better understanding and scoring higher in exams.
1. इस कविता के रचयिता का नाम बताएं |
उत्तर:-
इस कविता के रचयिता का नाम ‘शील’ है।
2. निम्न का बिलोम शब्द लिखिए |
स्वर्ग, जीवन
उत्तर:-
स्वर्ग नरक –
जीवन – मृत्यु
3. निम्न शब्दों का शब्दार्थ लिखिए |
कल्पना, पूत
उत्तर:-
कल्पना विचार –
पूत - बेटा -
4. नया संसार बसाएँगे,…….. बनाएँगे। करो ।
उपरोक्त पंक्ति को पूरा करो
उत्तर:-
नया संसार बसाएँगे, नया इंसान बनाएँगे।
5. सौ-सौ स्वर्ग उतर आएँगे,…... बरसाएँगे,
उपरोक्त पंक्ति को पूरा करो ।
उत्तर:-
सौ-सौ स्वर्ग उतर आएँगे, सूरज सोना बरसाएँगे,
6. देश हमारा, धरती अपनी,
इस पंक्ति का अर्थ लिखिए।
उत्तर:-
कवि शील कहते है कि यह देश और धरती दोनों ही अपने हैं।
7. निम्न शब्दों का प्रायवाची लिखिए ।
लाल, सूरज, संसार
उत्तर:-
लाल बेटा,पुत्
सूरज- रवि, दिनकर
संसार- दुनिया, ललो
8.“हम धरती के लाल” इस पंक्ति का अर्थ लिखिए।
उत्तर:-
कवि के अनुसार हम धरती के संतान हैं और ये धरती हमारी माँ हैं।
9. कविता “ हम धरती के लाल “के किस पंक्ति में एकता की बात कही गयी है।
उत्तर:-
“एक करेंगे हम जनता को, सीचेंगे समता ममता को, “
10. “सौ-सौ स्वर्ग उतर आएंगे” का क्या अर्थ है।
उत्तर:-
कवि शील के अनुसार जब हम धरती पर पेड़-पौधें लगा कर इसको हरा – भरा कर देंगे तो यह धरती स्वर्ग सी प्रतीत होगी।
11. नया भूगोल बनाएंगे। नया संसार बसाएंगे। का अर्थ समझाएं।
उत्तर:-
कवि शील के अनुसार अगर हम सब मिलकर नये नये पेड़ – पौधें लगाते हैं। खूब मेहनत करे और अपने खाने – पीने लिए नये – नये तरीके खोजें और हम सब एक- दूसरों का आदर करे तो आपका जीवन अति सरल और सुखःद हो जायेगा। फिर धरती एक नये संसार जैसी लगेगी। -
12. “रोज त्योहार मनाएँगे” का क्या अर्थ है?
उत्तर:-
कवि के अनुसार एक नया संसार बसाने और नया इंसान बनाने की आवश्यकता है। अगर ऐसा हो जाता है तो सारा संसार स्वर्ग सा लगेगा। एक एक मनुष्य अच्छे बिचार का होगा। हर एक दिन त्यौहार सा लगेगा।
13. नयी कल्पना, नयी चेतना की हम लिए मशाल समय को राह दिखाएँगे” इस पंक्ति का आशय स्पष्ट करे ।
उत्तर:-
कवि का सवप्न है एक नया संसार बसाने की। अगर कवि इस काम में सफल हो जाते है तो नयी दुनिया की सोच, कल्पना और चेतना सबसे अलग होगी। वह एक नयी पहचान बनेंगे। वह समय को भी मात दे सकेंगे।
14. कविता “हम धरती के लाल “के किस पंक्ति में एकता की बात कही गयी है। उसका अर्थ समझये ।
उत्तर:-
“एक करेंगे हम जनता को, सीचेंगे समता ममता को, कवि शील इस कविता में एक नई दुनिया बसाना चाहते है। और सभी लोगों को एक करना चाहते है और लोगों में एक विचार भरना चाहते है। ताकि यह दुनिया एक स्वर्ग बन जाये।
15. “कवि शील के अनुसार जब हम धरती पर पेड़-पौधें लगा कर इसको हरा – भरा कर देंगे तो यह धरती स्वर्ग सी प्रतीत होगी” यह भाव किस पंक्ति से आता है?
उत्तर:-
सौ-सौ स्वर्ग उतर आएँगे, सूरज सोना बरसाएँगे,दूध पूत के लिए बदल देंगे तारों की चाल ।
16. कवि नये संसार के कल्पना क्यों करते है? क्या कवि की यह कल्पना सही है?
उत्तर:-
कवि को लगता है ये दुनिया इंसानो से नहीं बनी है। अर्थात इस दुनियाँ के लोग स्वार्थी है। कवि यह विचार अर्थात एक नई दुनिया बनाने और एक नया इंसान बनाने की कोई आवश्यकता नहीं है। दुनिया इंसानों से बनी है। अगर परिवर्तन की आवश्यकता है तो यह केवल मनुष्यों में है। अगर कोई व्यक्ति सुधर जाए तो दुनिया अपने आप नई हो जाएगी। यदि हम एक नई दुनिया या नया व्यक्ति बनाते हैं तो इसमें कोई जरूरी नहीं है कि समस्याएं या असमानताएं इसमें नहीं आएंगी। इसलिए हमें इस बात को भूलकर खुद को बदलने की जरूरत है।
17."सौ सौ स्वर्ग उतर आएँगे, सूरज सोना बरसाएँगे। दूध पूत के लिए बदल देगें तारों की चाल" पंक्ति का अर्थ समझाए ।
उत्तर:-
कवि शील का कहना है कि आदमी कड़ी मेहनत करे तो वह पृथ्वी पर सौ - सौ स्वर्ग ला सकता है। कवि के अनुसार यदि सभी मनुष्य एक साथ कड़ी मेहनत करते हैं तो पृथ्वी में हर जगह खिल जाएगी। उसकी सुंदरता इतनी अनोखी होगी कि मानो चारों स्वर्ग नजर आएगा । इस तरह हमारे द्वारा की गई कड़ी मेहनत आने वाली पीढ़ियों के भाग्य को बदल देगी और वे हमेशा इस धरती पर फलते-फूलते रहेंगे।
18.कवि शील हम सबको धरती का लाल क्यों कहते हैं?
उत्तर:-
कवि हमें पृथ्वी के बारे में बताना चाहता है ताकि वह पृथ्वी और मनुष्य के संबंध को व्यक्त कर सके। एक बच्चे का कर्तव्य है कि वह अपने माता-पिता के लिए कुछ करे । जब हम धरती को माँ के रूप में मानते हैं। हम उससे भावनात्मक रूप से जुड़ जाते हैं। यह भावनात्मक संबंध हमें याद दिलाता है कि हमें अपनी माँ के लिए कुछ करना है।
19. सूरज सोना बरसाएँगे। दूध पूत के लिए बदल देगें तारों की चाल” पंक्ति का अर्थ समझाए ।
उत्तर:-
कवि के अनुसार यदि सभी मनुष्य एक साथ मेहनत करेंगे तो पृथ्वी में हर जगह खिलेंगे। उसकी सुंदरता इतनी अनोखी होगी कि मानो चारों आसमान देखे जा सकते हैं। इस तरह हमारे द्वारा की गई मेहनत आने वाली पीढ़ियों के भाग्य को बदल देगी और वे हमेशा इस धरती पर पनपे रहेंगे।
20. नया संसार बसाएँगे, नया इंसान बनाएँगे। पंक्ति का अर्थ समझये ।
उत्तर:-
कवि यह विचार अर्थात एक नई दुनिया बनाने और एक नया इंसान बनाने की आवश्यकता है। परिवर्तन की आवश्यकता है। हमारे विचार से नया संसार की आवश्यकता नहीं है। अगर व्यक्ति सुधर जाए तो दुनिया अपने आप नई हो जाएगी। यदि हम एक नई दुनिया या नया व्यक्ति हैं तो इसमें कोई जरूरी नहीं है कि समस्याएँ और असमानताएं इसमें नहीं आएंगी। इसलिए हमें इस बात को भूलकर खुद को बदलने की जरूरत है।