Welcome to our comprehensive guide on Class 10 Hindi Sparsh's Chapter 12 "Leeladhar Mandloi Tatara Vamiro Katha". These Solutions are designed to assist students by providing a curated list of Question and Answers in line with the NCERT guidelines. These are targeted to help enhance your understanding of the subject matter, equipping you with the knowledge needed to excel in your examinations. Our meticulously crafted answers will ensure your conceptual clarity, paving the way for your successful academic journey. Let's get started!

ततांरा -वामीरो कहाँ की कथा है?

प्रस्तुत कथा 'ततांरा- वामीरो ' अंडमान    निकोबार द्वीप समूह के एक छोटे से द्वीप पर केंद्रित हैं।

वामीरो अपना गाना क्यों भूल गए हैं?

वामीरो द्वीप के किनारे मंत्र मुक्त होकर गीत गा रही थी तभी अचानक एक बड़ी लहर उठी और उसे भिगो दिया। इसी हड़बड़ाहट में वह गाना भूल गई।


ततांरा ने वामीरो से क्या याचना की?

ततांरा ने वामीरो से सर्वप्रथम गाना पूरा करने की याचना की।  और इसी के साथ अगले दिन उसी स्थान पर मिलने की याचना भी की।

ततांरा और वामीरो के गांव की क्या रीति थी?

ततांरा और वामीरो का संबंध संभव नहीं था। दोनों के गांव की यह रीति थी कि वे अपने गाँव के युवक व युवती से ही विवाह कर सकते हैं। एक दूसरे के गांव से संबंध बनाने पर विरोध था।

ततांरा ने क्रोध में क्या किया?

गाँव वालों और माँ के द्वारा अपमानित होने के बाद ततांरा बहुत अधिक क्रोधित हो गए। क्रोध में आकर ततांरा ने अपनी तलवार को पूरी शक्ति के साथ जमीन में घोंप दिया और उसी शक्ति के साथ जमीन से उसे निकाल दिया ।जिससे धरती में दरार आ गई और सब यह देख कर डर गए।

ततांरा की तलवार के बारे में लोगों का क्या मतलब था?

ततांरा अपनी तलवार को कभी अपने से अलग नहीं होने देता था। वह हमेशा उसे अपने पास रखता था। तलवार के बारे में लोगों का यह मत था कि वह चाहे लकड़ी की ही तलवार क्यों ना है लेकिन उसके अंदर अद्भुत शक्ति हैं। ततांरा आवश्यकता पड़ने पर है अपने तलवार का इस्तेमाल करता था।

वामीरो ने ततांरा को बेरुखी से क्या जवाब दिया ?

वामीरो ने ततांरा को बेरुखी से जवाब  इसीलिए दिया क्योंकि वह उसे पहचानती नहीं थी। और ततांरा उसे बार-बार गाना गाने को बोल रहा था। वामीरो ने जवाब दिया कि वह अपने गाँव के अलावा किसी और युवक के प्रश्नों के उत्तर देने को बाध्य नहीं है।

ततांरा-वामीरो के त्यागमयी मृत्यु से निकोबार में क्या परिवर्तन आया?

निकोबार का मत है कि ततांरा की तलवार से कार- निकोबार के जो दो टुकड़े हुए, उसमें दूसरा लिटिल अंडमान है, जो कार- निकोबार से आज 96कि.मी. दूर है।ततांरा -वामीरो की त्यागमयी मृत्यु के बाद इन दोनों की गाँव में वैवाहिक संबंध बनने लगे। इनकी त्यागमयी मृत्यु से निकोबार में सुखद परिवर्तन आया।

निकोबार के लोग ततांरा को क्यों पसंद करते थे?


निकोबार के लोग ततांरा को इसलिए पसंद करते थे क्योंकि वह एक नेक दिल और मददगार व्यक्ति था। सदैव दूसरों की सहायता के लिए तत्पर रहता था। अपने गांव की ही नहीं बल्कि समस्त द्वीप की सहायता करना अपना कर्तव्य मानता था। उसके इसी त्याग के लिए वह चर्चित था। और निकोबार के लोग उसे पसंद करते थे।

निकोबार द्वीप समूह के विभक्त होने के बाद में निकोबारियों का क्या विश्वास था?

निकोबार के वासियों का विश्वास था कि अंडमान निकोबार एक ही द्वीप था।ततांरा और वामीरो की कथा के कारण इसके दो टुकड़े हुए थे। कार- निकोबार तथा लिटिल अंडमान के रूप में परिवर्तित हो गए।ततांरा और वामीरो की त्यागमयी मृत्यु के कारण ही यह सुखद परिवर्तन आया। और अब यहां के दोनों गांव में और अधिक संबंध मजबूत हो गए। साथ ही निकोबार की इस घटना के बाद दूसरे गांव ने भी आप से वैवाहिक संबंध होने लगे।

ततांरा खूब परिश्रम करने के बाद कहां गया? वहां के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।

एक शाम ततांरा को परिश्रम करने के बाद समुद्र किनारे टहलने निकल गया। सूरज क्षितिज डूबने को था समुद्र से ठंडी हवाएं आ रही थी। पक्षियों की चहचहाहट सुनाई दे रही थी। उसका मन शांत था। वह समुद्र किनारे बैठकर सूरज की अंतिम किरणों को निहार रहा था। तभी उसे अपने आसपास से एक मधुर गीत गूंजता हुआ सुनाई दिया। गीत मानो उसकी तरफ बहता हुआ आ रहा था। वह उस गीत को सुनकर उसकी ओर आकर्षित हो जाता है।

वामीरो से मिलने के बाद ततांरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया?

वामीरों से मिलने के बाद ततांरा मानो सम्मोहित सा हो गया था। उसके कानों में वामीरो का गीत गूंज रहा था। ततांरा जीवन में पहली बार विचलित हुआ था। वामीरो को देखकर उसकी चेतना लुप्त हो गई थी। वह वामीरो से मिलने की वंदना करने लगा और प्रतीक्षा में पूरा दिन व्यतीत करने लगा। एक - एक उसके लिए बड़ी मुश्किल से कट रहे थे। वह इस विचार में डूबा रहता था कि वामीरो उससे मिलने आएगी या नहीं।

प्राचीन काल में मनोरंजन और शक्ति-प्रदर्शन के लिए किस प्रकार के आयोजन किए जाते थे?

प्राचीनकाल में मनोरंजन और शक्ति -प्रदर्शन के लिए अनेक प्रकार के खेल और आयोजन किए जाते थे। उदाहरण के लिए, दंगल, कुश्ती, पशुओं की लड़ाई , तलवारबाजी तथा जानवरों और मनुष्य की भिड़ंत जैसे आयोजन किए जाते थे। इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से ही राजा - महाराजाओं का और आम जनता का मनोरंजन होता था। शक्ति प्रदर्शन के रूप में व्यक्ति को बड़े-बड़े जानवरों से बिड़ाया जाता था और उनकी शक्ति का प्रदर्शन देखा जाता था।

जब कोई राह न सूझी तो क्रोध का शमन करने के लिए उसमें शक्ति भर धरती में घोंप दिया और ताकत से उसे खींच लिया।

प्रस्तुत पंक्तियों का आशय यह है कि जब गांव वालों और वामीरो की मां द्वारा ततांरा को अपमानित किया गया तो उसके क्रोध का कोई ठिकाना नहीं था। क्रोध में आकर ततांरा नहीं अपनी तलवार निकाली और पूरे बलपूर्वक उसे धरती में घोंप दिया। और इधर-उधर क्रोध पूर्वक फिरने लगा। इसी के साथ, अद्भुत शक्ति के साथ ही ततांरा तलवार को खींच लिया जिससे वहां की धरती में दरार आ गई। यह दृश्य देखकर सब भयभीत हो गए।

बस आस की एक किरण थी जो समुद्र के देह डूबती हुई किरणों की तरह कभी भी डूब सकती थी।

वामीरो से प्रथम दृश्य में ही ततांरा प्रेम करने लगा था। उसके भीतर हलचल रहती थी। वामीरो की प्रतीक्षा में वह संपूर्ण दिन व्यतीत कर देता था। वह वामीरो के आने की आस लगाए बैठा रहता था। उसके मन में द्वंद चलता रहता था की वामीरो उससे मिलने आएगी या नहीं। बस उसके मन में एक किरण की आस थी। जब वह यह सोचता था वामीरो नहीं आएगी तो उसका मन अशांत हो जाता था।उसे लगता था कि यदि वामीरो न आई तो उसकी उम्मीद की किरण भी समुद्र की डूबते हुए कितनों की तरह ही डूब जाएगी।


निम्नलिखित वाक्यों के सामने (✓) का चिह्न लगाकर बताएं कि वह वाक्य किस प्रकार का है-

(क) निकोबारी उसे बेहद प्रेम करते थे।(प्रश्नवाचक, विधान वाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)

उत्तर-प्रस्तुत वाक्य में 'विधान वाचक' हैं। क्योंकि विधानवाचक वह वाचक है जिसमें किसी क्रिया के करने या होने का सामान्य रूप बोध होता है।


(ख) तुमने एकाएक इतना मधुर गाना अधूरा क्यों छोड़ दिया?

उत्तर- प्रस्तुत वाक्य 'प्रश्नवाचक' वाक्य है। प्रश्नवाचक वह वाचक है ,जिसमें वाक्य को पढ़ते समय प्रश्न का बोध होता हैं।


(ग) वामीरों की मां क्रोध में उफन उठी।

उत्तर-प्रस्तुत वाक्य में ' विधान वाचक' वाक्य है। विधानवाचक वह वाचक है जिसमें वाक्यों में किसी क्रिया के करने या होने का सामान्य बोध होता है।


(घ) क्या तुम्हें गांव का नियम नहीं मालूम?

उत्तर- प्रस्तुत वाक्य में 'प्रश्नवाचक' वाक्य है। प्रश्नवाचक वह वाचक है, जिसमें वाक्य को पढ़ते या बोलते समय प्रश्न का बोध होता है।


(ड)वाह! कितना सुंदर नाम है।

उत्तर- प्रस्तुत वाक्य में ' विस्मयादिबोधक ' वाक्य है। विस्मयादिबोधक वह होता है जिसमें किसी भी विस्मय का बोध हो।


(च) मैं तुम्हारा रास्ता छोड़ दूंगा।

उत्तर- प्रस्तुत वाक्य में 'विधान वाचक' है। विधानवाचक वह वाचक है, जिसने किसी क्रिया के होने या करने का सामान्य बोध होता हैं।


निम्नलिखित मुहावरों को अपने वाक्य में प्रयोग कीजिए -

(क) सुध- बुध खोना

(ख) बाट जोहना

(ग) खुशी का ठिकाना ना रहना।

(घ) आग बबूला होना।

(च) आवाज उठाना।



(क) सुध- बुध खोना

उत्तर- क्रोध में आकर ततांरा ने अपनी सुध बुध खो दी।

(ख) बाट जोहना

उत्तर -भाई से ऊंचा बोलने पर मां सुमन की बाट जोहने लगती है।

(ग) खुशी का ठिकाना ना रहना।

उत्तर-वामीरो को देखकर ततांरा का खुशी का ठिकाना ना रहा।

(घ) आग बबूला होना।

उत्तर - गांव वालों और अमीरों की मां के द्वारा अपमानित होने पर ततांरा आग बबूला हो गया।

(च) आवाज उठाना।

उत्तर -गांधी जी ने अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई।


 नीचे दिए गए शब्दों में से मूल शब्द और प्रत्यय अलग करके लिखिए-

क. चर्चित

ख.सहासिक

ग. छटपटाहट

घ. शब्दहीन

मूल शब्द-चर्चा , प्रत्यय-इत

ख.सहासिक

उत्तर. मूल शब्द - साहस , प्रत्यय -इक

ग. छटपटाहट

उत्तर. मूल शब्द-छटपट , प्रत्यय-आहट

घ. शब्दहीन

उत्तर. मूल शब्द-शब्द, प्रत्यय-हीन

नीचे दिए गए शब्दों में उचित उपसर्ग लगाकर शब्द बनाएं-

क-.........+आकर्षक=......

ख-.........+ज्ञान =.........

ग-..........+कोमल = …..

घ- ……..+घटना= ….

अन+ आकर्षक= अनाकर्षक


ख-.........+ज्ञान =.........

उत्तर- अ+ ज्ञान= अज्ञान


ग-..........+कोमल = …..

उत्तर- सु+कोमल=सुकोमल


घ- ……..+घटना= ….

उत्तर- दुर+घटना=दुर्घटना


निम्नलिखित वाक्यों को निर्देशानुसार परिवर्तित कीजिए-

(क)जीवन में पहली बार मैं इस तरह विचलित हुआ हूं।(मिश्रित वाक्य)

उत्तर- जीवन में ऐसा पहली बार हुआ है कि मैं विचलित हुआ हूं।


(ख) फिर तेज कदमों से चलती हुई ततांरा के सामने ठिठक गई।(संयुक्त वाक्य)

उत्तर- फिर तेज कदमों से चलती हुई ततांरा के पास आई और ठिठक गई।


(ग) वामीरो कुछ सचेत हुई और घर की तरफ दौड़ी।(सरल वाक्य)

उत्तर-वामीरो कुछ सचेत होकर घर की और दौड़ी।


(घ)ततांरा को देखकर वह फूट कर रोने लगे। (संयुक्त वाक्य)

उत्तर- उसने ततांरा को देखा और फूट-फूट कर रोने लगे।


(ड) रीति के अनुसार दोनों  एक ही गांव का होना आवश्यक है।(मिश्रित वाक्य)

उत्तर-रीति के अनुसार यह आवश्यकता की दोनों एक ही गांव के हो।


नीचे दिए गए वाक्य पढ़िए तथा 'और' शब्द के विभिन्न प्रयोग पर ध्यान दीजिए-

(क) पास में सुंदर और शक्तिशाली युवक रहता था।

उत्तर- पास में सुंदर व शक्तिशाली युवक रहता था।

(ख) वह कुछ और सोचने लगी।

उत्तर-वह कुछ अन्य सोचने लगी।

(ग) एक आकृति कुछ साफ हुई…कुछ और…कुछ और।

उत्तर-एक आकृति कुछ साफ हुई…व..

(घ) अचानक वामीरो कुछ सचेत हुई और घर की तरफ दौड़ गई।

उत्तर- अचानक वह मेरा कुछ सचेत हुई व घर की तरफ दौड़ गई ।

(ड) वामीरो का दुख उसे और गहरा कर रहा था।

उत्तर- वामीरो का दुख उसे अत्यंत गहरा कर रहा था।

(च) उसने थोड़ा और करीब जाकर पहचानने की चेष्टा की।

उत्तर-उसने थोड़ा सा करीब जाकर पहचानने की चेष्टा की।

नीचे दिए गए शब्दों की विलोम शब्द लिखिए-

भय-निर्भया, मूक-वाचल,

       सभ्य-असभ्य, तरल-ठोस

        मधुर-कटु, उपस्थिति-अनुपस्थिति,                           

       सुखद-दुखद।

नीचे दिए गए शब्दों के दो -दो पर्यायवाची शब्द लिखिए-

समुद्र -रत्नाकर, जलधि।

         आंख-नेत्र, नयन।

         दिन-दिवस, वार।

         अंधेरा-अंधकार,तम।

         मुक्त-बन्धनहीन, आजाद।

नीचे दिए गए शब्दों को वाक्य में प्रयोग कीजिए-

(क) किंकर्तव्यविमूढ़ 

उत्तर-महान व्यक्तियों को देखकर अर्जुन किंकर्तव्यविमूढ़ हो गए।


(ख)विह्वल

उत्तर-अपनी बेटी से मिलकर विह्वल होकर रोने लगी।


(ग) भयाकुल

उत्तर-डाकू के अचानक आक्रमण से लोग भयाकुल हो गए।


(घ) याचक

उत्तर-याचक क्रोध पूर्वक स्वर में अपना बैग मांगता हैं।


(ड)आठंक

उत्तर-आज देश के बहुत से नेता आठंक भ्रष्टाचार में डूबे हैं।


 ' किसी तरह आंचरहित एक ठंडा और उबाऊ दिन गुजारने लगा 'वाक्य में दिन के किन किन शब्दों का प्रयोग किया गया है? आप दिन के लिए कोई 3 विशेषण और सुझाए।

उसम भरा लंबा थकाऊ दिन।

        सुंदर- सुहाना धूपदार दिन।

        धूपिया उसम दिन।


इस पाठ में 'देखना' क्रिया के रूप आए हैं-'दिखना' के विभिन्न शब्द प्रयोगों में क्या अंतर हैं?(घूरना, ताकना, निहारना, नजर पढ़ना)

इसी प्रकार 'बोलना'क्रिया के विभिन्न शब्द प्रयोग बताएं।

बताना, बोली लगाना, बोलचाल, बोलते रहना आदि।


नीचे दिए गए वाक्यों को पढ़िए-

(क) शाम का बड़ा भाई रमेश कल आया था।(संज्ञा पदबंध)

(ख) सुनीता परिश्रमी और होशियार लड़की है।(विशेषण पद बंध)

(ग) अरूणिमा धीरे धीरे चलते हुए हैं वहां जा पहुंची।(क्रिया विशेषण पद बंध)

(घ) आयुष सुरभि का चुटकुला सुनकर हंसता रहा।(क्रिया पद बंध)

उत्तर दिए गए

वाक्य(क) में रेखांकित पद में कई अंश है जो एक पद संज्ञा का काम कर रहे हैं।

वाक्य (ख) में 3 पद मिलकर विशेषण पद का काम कर रहे हैं।

वाक्य (ग) और (घ) में कई पद मिलकर क्रमशः क्रिया विशेषण और क्रिया का काम कर रहे हैं।


ध्वनियों के सार्थक समूह को शब्द कहते हैं और वाक्य में प्रयुक्त शब्द ‘पद’ कहलाता है; जैसे‘पेड़ों पर पक्षी चहचहा रहे थे।’ वाक्य में ‘पेड़ों’ शब्द पद है क्योंकि इसमें अनेक व्याकरणिक बिंदु जुड़ जाते हैं। कई पदों के योग से बने वाक्यांश को जो एक ही पद का काम करता है, पदबंध कहते हैं। पदबंध वाक्य का एक अंश होता है।

पदबंध मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं-


संज्ञा पदबंध

क्रिया पदबंध

विशेषण पदबंध

क्रियाविशेषण पदबंध

वाक्यों के रेखांकित पदबंधों का प्रकार बताइए-


(क)उसकी कल्पना में वह एक अद्भुत साहसी युवक था।

उत्तर- विशेषण पदबंध ,

विशेषण पदबंध वह है जिसमें क्रिया विशेषण का काम कर रही हो।

(ख)ततांरा को मानो कुछ होश आया।

उत्तर- क्रिया पदबंध,

क्रिया पदबंध वह है जिसमें पद संज्ञा का काम कर रही हो।

(ग) वह भागा - भागा वहां पहुंच जाता है।

उत्तर-क्रिया विशेषण पदबंध,

किया विशेषण पद बंद वह है जिसमें क्रिया विशेषण दोनों हो रहे हो।

(घ)ततांरा की तलवार एक विलक्षण रहस्य थी।

उत्तर- विशेषण पद बंद,

विशेषण पद बंध है जिसमें प्रिया या पद की विशेषता हो।

(ड) उसकी व्याकुल आंखें वामीरो को ढूंढने में व्यस्त थी।

उत्तर-विशेषण पद बंध,

विशेषण पद बंद वह है जिसमें क्रिया की विशेषता हो रही हो।

दिसंबर 2004 में आई सुनामी का इस द्वीप समूह पर क्या प्रभाव पड़ा? जानकारी एकत्रित कीजिए।

दिसंबर 2004 में आई सुनामी का इस द्वीप समूह पर बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ा था। 300000 से अधिक लोगों की अकाल मृत्यु हो गई थी। और ना जाने कितने ही लोगों की स्थिति बदतर हो गई थी। हजारों लोग घायल हो गए थे तथा लाखों लोगों को प्रवास की दिक्कत का सामना करना पड़ा था। इस सुनामी ने दक्षिण पूर्व एशिया के बहुत से देशों को तबाह कर दिया था।