Welcome to our comprehensive guide on Class 10 Hindi Kshitij's Chapter 9 "मंगलेश डबराल". This guide is designed to assist students by providing a curated list of Question and Answers in line with the NCERT guidelines. These are targeted to help enhance your understanding of the subject matter, equipping you with the knowledge needed to excel in your examinations. Our meticulously crafted answers will ensure your conceptual clarity, paving the way for your successful academic journey. Let's get started!

संगतकार के माध्यम से कवि किस प्रकार के व्यक्तियों की ओर संकेत करना चाह रहा है? 

संगतकार के माध्यम से कवि उस तरह के व्यक्तियों की ओर संकेत करना चाहता है जो महान और सफल व्यक्तियों की सफलता में परदे के पीछे रहकर अपना विशेष योगदान देते हैं। जो लोग महत्वपूर्ण योगदान तो अपना देते हैं लेकिन यह लोगों की  नजरों में नहीं आ पाते हैं और अपने सफलता के श्रेय भी वंचित रह जाते हैं । मुख्य गायक की सफलता के साथ काफी लोगों का योगदान होता है जैसे गायकों वाद्य कलाकारों, ध्वनि एवं प्रकाश व्यवस्था देखने वाले कलाकारों या कर्मियों का योगदान रहता है, पर उन्हें इसका श्रेय नहीं मिल पाता है और जो सफलता मुख्य गायक को मिल पाती है, उस तरह की सफलता गायक के साथ सहयोग देने वाले अन्य साथियों को नहीं मिल पाती है ।

संगतकार जैसे व्यक्ति संगीत के अलावा और किन-किन क्षेत्रों में दिखाई देते हैं?

संगतकार जैसे व्यक्ति संगीत के अलावा और भी अन्य क्षेत्रों में हमें दिखाई देते हैं : -

क ) खेल में जीत का श्रेय कैप्टन को ही मिलता है, जबकि विजेता बनाने में और भी कई खिलाड़ियों का भी योगदान होता है। इसके अलावा उनके कोच और अन्य अनेक लोगों का भी योगदान होता है।

ख ) राजनीति के क्षेत्र में चुनाव में जीत भी केवल उम्मीदवार की होती है, परंतु उसे विजयी बनाने में छोटे नेताओं के आलावा चुनावी चंदा देने वाले, प्रचार करने वाले जैसे बहुतों लोगों का भी योगदान होता है।

ग ) सिनेमा के क्षेत्र में भी फ़िल्म को सफल बनाने में अगणित लोगों का भी विशेष योगदान होता है।

घ ) शिक्षा के क्षेत्र में भी परीक्षाफल बढ़ने का श्रेय अधिकारियों को मिलता है, पर उसके लिए अध्यापकगण एवं अन्य कर्मचारियों का विशेष योगदान होता है।

ङ ) किसी युद्ध को जीतने में भी सेनापति के अलावा बहुत से वीरों योध्दाओं भी का योगदान होता है।

संगतकार किन-किन रूपों में मुख्य गायक-गायिकाओं की मदद करते हैं?

संगतकार अनेक रूपों में मुख्य गायक-गायिकाओं की सहायता करते हैं,जैसे : 

क )  मुख्य गायक की भारी आवाज में अपनी सुंदर और कमजोर आवाज़ की गूंज मिलाकर गायन को प्रभावपूर्ण बना देते हैं और लोगों को फिर सुनने में भी आनंद आता है । 


ख) गायककार जब अंतरे के कठिन जंगल में खो जाता है, तब संगतकार ही स्थायी को संभाले रखकर उनकी मदद करते हैं । 


ग ) तारसप्तक गाते हुए संगतकार उसके स्वर में स्वर मिलाकर गायकार को अकेला होने का एहसास नहीं होने देते हैं । 


घ ) संगतकार मुख्य गायक के स्वर में अपनी आवाज को उंचाई पर नहीं ले जाकर उसके सफलता में बाधक नहीं बनते हैं ।

 भाव स्पष्ट कीजिए-

और उसकी आवाज में जो एक हिचक साफ़ सुनाई देती है 

या अपने स्वर को ऊँचा न उठाने की जो कोशिश है 

उसे विफलता नही उसकी मनुष्यता समझा जाना चाहिए।

उपर्युक्त पंक्तियों का भाव यह है कि संगतकार अपनी आवाज को मुख्य गायक की आवाज से ऊंचा नहीं होने देता है । संगतकार ऐसा इसलिए करता है कि मुख्य गायक की आवाज में कोई बाधा उत्पन्न ना हो । क्योंकि जब संगतकार अपनी आवाज को ऊंचा करता है तो सुनने वाले लोगों को भी मुख्य गायक की आवाज सुनने में परेशानी का सामना करना पड़ता है । संगतकार के द्वारा यह अपनी प्रतिभा का त्याग है जो योग्यता और सामर्थ्य होने पर भी मुख्य गायक की सफलता में बाधक नहीं बनती है और मानवता का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करती है ।


किसी भी क्षेत्र में प्रसिद्धि पाने वाले लोगों को अनेक लोग तरह-तरह से अपना योगदान देते हैं। कोई एक उदाहरण देकर इस कथन पर अपने विचार लिखिए।

किसी भी क्षेत्र में प्रसिद्धि पाने वाले लोगों को अनेक लोग तरह-तरह से अपना योगदान देते हैं । उनकी सफलता में योग देने वाले बहुत से लोग होते हैं,जो उनके साथ रहकर पर्दे के पीछे रह जाते हैं और प्रकाश में भी यानी दुनिया के सामने नहीं आ पाते हैं । इसका एक उदाहरण भी हमारे सामने प्रस्तुत है - हमारे क्षेत्र के वर्तमान विधायक श्री रमन शर्मा जी हैं । थोड़े दिनों पहले तक वे एक साधारण आदमी हुआ करते थे और उनके सद्व्यवहार से प्रेरित होकर लोगों ने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया था । कुछ लोगों ने अपनी इच्छा से और 20 लोगों की टीम ने उनके लिए चंदा एकत्रित करना शुरू किया । युवा वर्ग ने अपनी इच्छा से प्रचार का कार्य अपने जिम्मे लिया था । मुख्य बाजार के 2 बड़े दुकानदारों ने पोस्टर, होल्डिंग और बैनर का खर्चा उठाया। करीब 20-25 लोग उनके साथ दिन रात एक कर के क्षेत्र में घूमते रहते थे और चुनाव होने तक साए की तरह उनके साथ सदैव रहे । आज उन सहयोगियों को कोई नहीं जानता है सिर्फ दुनिया विधायक श्री रमन शर्मा जी को ही एक कर्मठ और इमानदार विधायक के रूप में देखती है ।


कभी-कभी तारसप्तक की ऊँचाई पर पहुँचकर मुख्य गायक का स्वर बिखरता नजर आता है उस समय संगतकार उसे बिखरने से बचा लेता है। इस कथन के आलोक में संगतकार की विशेष भूमिका को

स्पष्ट कीजिए।


कभी-कभी तार सप्तक की ऊंचाई पर पहुंचकर मुख्य गायक का स्वर बिखरता हुआ नजर आता है और उस समय संगतकार उसे भी बिखेरने   से बचा लेता है क्योंकि तार सप्तक गाते समय स्वरों के उतार-चढ़ाव में जब मुख्य गायक की आवाज धीमी होने लगती है या बैठने लगती है तो उसकी आवाज गिरती हुई-सी प्रतीत होती है, तब संगतकार मुख्य गायक के स्वर में स्वर भरकर उसे सहारा देते हैं और उसके स्वर को बिखेरने से पहले ही संभाल लेते हैं और उसके गायन की सफलता को विफलता में नहीं बदलने देते हैं । जब एक बार स्वर ऊंचा नीचा हो जाता है तो फिर गाना गाने की धुन में भी उतार-चढ़ाव आ जाता है ।  इस प्रकार मुख्य गायक की सफलता में संगतकार की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है ।


सफलता के चरम शिखर पर पहुँचने के दौरान यदि व्यक्ति लड़खड़ाता है तब उसे सहयोगी किस तरह सँभालते हैं?


सफलता की चरम शिखर पर पहुंचने के दौरान भी यदि व्यक्ति लड़खड़ाना शुरू हो जाता है, तब उसके सहयोगी अनेक रूपों में उसे संभालने का प्रयास करते हैं:

क ) संगतकार अपने सुझावों के द्वारा गायककार को कदमों की नई दिशा देते हैं ।


ख ) अन्य साथी अपने मनोबल के द्वारा उसके मनोबल को संभालने का प्रयास करते हैं ।


ग ) उसका मार्गदर्शन करने का प्रयास करते हैं ।


घ ) उसकी खोई हुई आत्मशक्ति को एकत्र करके उसको फिर से उठाने की हिम्मत देते हैं । 


ङ ) अन्य साथी उसकी प्रेरणा का स्त्रोत बनते हैं और उसके जीवन में एक नया संभल बनाने का प्रयास करते हैं ।

कल्पना कीजिए कि आपको किसी संगीत या नृत्य समारोह का कार्यक्रम प्रस्तुत करना लेकिन आपके

सहयोगी कलाकार किसी कारणवश नहीं पहुँच पाएँ-

(क) ऐसे में अपनी स्थिति का वर्णन कीजिए

 यदि मुझे किसी संगीत या नृत्य समारोह का कार्यक्रम प्रस्तुत करना है और अगर मेरे सहयोगी कलाकार नहीं आएंगे तो मुझे काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा । मैंने अपना जो भी कार्यक्रम तैयार किया होगा वह कार्यक्रम भी पूरी तरह से सफल नहीं हो पाएगा । और मैं मेरे साथ जो भी सहयोगी कलाकार होंगे उनके ना आने का कारण पता लगाने का प्रयास करूंगी । यथासंभव उन्हें बुलाने का भी प्रयास पूरी तरह से करूंगी और अगर मेरे अन्य सहयोगी कलाकार आने में असमर्थ होंगे तो मैं यह सभी बातें कार्यक्रम के आयोजक को बताकर उनसे यह कहूंगी कि वह अपने स्तर पर मेरे साथ अन्य सहयोगी कलाकारों को भेजें ताकि मैं अपनी प्रस्तुति अच्छे से दे सकूं ।

ऐसी परिस्थिति का आप कैसे सामना करेंगे?

अगर ऐसी स्थिति मेरे सामने आती है तो मुझे काफी धैर्य से काम लेना होगा और सब चीजों को व्यवस्थित रूप से करने का प्रयास करूंगी । मैं अपनी स्थिति का सामना करते हुए आयोजक और सभी श्रोताओं के समक्ष अपनी बात को साफ-साफ तरीके से रखने का प्रयास करूंगी और उन्हें यह भी समझाने की कोशिश करूंगी कि यह सब किसी कारणवश ही हुआ है । मैं रिकॉर्डेड गीतों पर नृत्य प्रस्तुत करके दर्शकों का मनोरंजन कराने का पूर्ण प्रयास करूंगी । किसी भी त्रुटि रहने के कारण मैं दर्शकों के सामने माफी मांगने का भी सामर्थ्य रखूंगी ।

आपके विद्यालय में मनाए जाने वाले सांस्कृतिक समारोह में मंच के पीछे काम करने वाले सहयोगियों की भूमिका पर एक अनुच्छेद लिखिए।


 किसी भी विद्यालय संस्थान यह विश्वविद्यालय में मनाए जाने वाला कोई भी सांस्कृतिक समारोह हो या कोई कार्यक्रम हो तो मंच पर काम करने वाले काफी लोग होते हैं कुछ मंच के ऊपर रहकर काम करते हैं और कुछ मंच के पीछे रहकर भी कार्य करते हैं । मंच के पीछे काम करने वाले जितने भी सहयोगी होते हैं उन सहयोगियों के बिना कार्यक्रम की सफलता को निर्धारित करना असंभव है । क्योंकि यह वही लोग होते हैं जो कार्यक्रम के लिए जरूरी चीजों को इकट्ठा करते हैं और अतिथियों के बैठने की व्यवस्था करते हैं और मंच पर प्रकाश का एवं ध्वनि का उचित प्रबंधन भी करते हैं । यह सभी लोग पर्दे में आए बिना भी कार्यक्रम को पूरी तरह से सफल बनाने में अपना पूर्ण योगदान देते हैं और दर्शकों को मनोरंजन करने का भी प्रयास करते हैं । पर्दे के पीछे रहकर कुछ लोग रिकॉर्डिंग समय पर बजाते हैं और कलाकारों की मदद करते हैं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम की सफलता पर सुनिश्चित करते हैं ।

किसी भी क्षेत्र में संगतकार की पंक्ति वाले लोग प्रतिभावान होते हुए भी मुख्य या शीर्ष स्थान पर क्यों नहीं पहुँच पाते होंगे?


किसी भी क्षेत्र में संगतकार की पंक्ति वाले लोग प्रतिभावान होते हुए भी मुखिया शीर्ष स्थान पर इसलिए नहीं पहुंच पाते हैं क्योंकि -

क ) वे प्रतिभावान होकर भी मुख्य कलाकार से अलग होकर अपनी प्रस्तुति देने का साहस नहीं जुटा पाते हैं।

ख ) उन्हें शीर्ष स्थान पर पहुंचने में और वहां बने रहने में संदेह होता है । 

ग ) आर्थिक समस्याएं भी उनके मार्ग में बाधा बनती है । 

घ ) उनमें से कुछ लोग तो ऐसे होते हैं जो स्वयं के भाग्य को ईश्वर के हवाले कर देते हैं और यह भी कहते हैं कि अब जो भी किस्मत में होगा उन्हें वही स्थान हासिल होगा ।

ङ ) बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो इन सब बातों को अगर अपने मन में रखते हैं तो वह सिर्फ स्थान पर या मुख्य संगतकार की पंक्ति में नहीं पहुंच पाते हैं ।