Welcome to our comprehensive guide on Class 10 Hindi Kshitij's Chapter 6 "नागार्जुन". This guide is designed to assist students by providing a curated list of Question and Answers in line with the NCERT guidelines. These are targeted to help enhance your understanding of the subject matter, equipping you with the knowledge needed to excel in your examinations. Our meticulously crafted answers will ensure your conceptual clarity, paving the way for your successful academic journey. Let's get started!

बच्चों की दंतुरित मुस्कान का कवि के मन पर क्या प्रभाव पड़ता है?

बच्चों की दंतुरित मुस्कान में कवि के मन को मोह लिया है| बच्चों की प्यारी सी मुस्कान देख कर कवि अपने दुख को भूल गया है और आनंद की अनुभूति हो रही है।

बच्चे की मुस्कान में और एक बड़े आदमी की मुस्कान में क्या अंतर है?

बच्चों की मुस्कान और एक बड़े आदमी की मुस्कान में बहुत अंतर है| बच्चों की मुस्कान मन को मोह लेने वाली आनंद देने वाली होती है क्योंकि बच्चे किसी बात को सोच कर नहीं मुस्कुराते उनकी मुस्कान दिखावटी नहीं होती पर‌ बड़े लोगो की मुस्कान दिखावटी होती है इसमें कोई मधुरता नहीं होती।

कवि ने बच्चे की मुस्कान के सौंदर्य को किन किन बिंबो के माध्यम से प्राप्त किया हैै?

कवि ने बच्चे की मुस्कान को भूत से बिंब दिया है जिसे तुम्हारी इस मुस्कान डाल देती है मृतक में भी जान ,मेरी जोपड़ी में कमल खिल गया है, पत्थर भी पिघल जाए,तिरछी नज़र से देख कर मस्कुराना जैसे  बिम्ब दिया है।

भाव स्पष्ट करो-छोड़ कर तालाब मेरी झोपड़ी में खिल रहे जलजात|

धूल से सना बच्चे का शरीर या उसकी मुस्कान कवि को इतना प्रभावित कर रही है कि कवि बच्चे को कमल कि उपमा देते हुए कहते हैं की ऐसा लग रहा है कि मनो‌कमल पानी की जगह मेरी झोपड़ी में खिल गया है।

भाव स्पष्ट करो-छू गया तुमसे कि छरने लग गये शेफालिका के फूल‌ बांस थाक कि बबूल‌|

पंक्तियों में कवि यह कहना चाहता है कि बच्चे का स्पर्श इतना कोमल है कि बांस और बबूल के पेड़ो में शेफालिका के फूल झड़ रहे हैं। बच्चा इतना कोमल है कि यूज देख किसी का भी मन खिल उठे |

मुस्कान और क्रोध भिन्न भिन्न भाव है। इनकी उपस्थिति से बने वातावरण की भिन्नता का चित्रण कीजिए

मुस्कुराते समय व्यक्ति का मन प्रसन्न होता है क्रोध के समय दुखी होता है ,मुस्कान व्यक्ति में उत्साह बढ़ाती है जब की क्रोध में इंसान की सोचने की शक्ति चली जाती है क्रोध में तनाव होता है मुस्कान में नहीं होता, क्रोध में उग्रता का भाव होता है मुस्कान में कोमलता का होता है

दांतुरिट मुस्कान से बच्चों की उम्र का अनुभव लगाइए और तर्क सहित उत्तर दीजिए

बच्चे की दांतुरित मुस्कान से उसकी उमर का अंदाज लगाया जा सकता है बच्चों की उमर 8 से 9 महीने के करीब रही होगी क्योंकि बच्चों में बच्चों के दांत निकलना आरंभ होते हैं।

बच्चे से कवि की मुलाकात का जो शब्द चित्र उपस्थित हुआ है उसे अपने शब्दों में लिखिए

कवि बच्चे को पहली बार देख रहा है और बच्चा भी कवि को पहली बार देख रहा है‌ इसलिए ही बच्चा कवि को निहार रहा है और कवि‌ भी बच्चे को कवि को बच्चे को देखकर आनंद की अनुभूति हो रही है बच्चा भी कवि को देखकर अत्यधिक प्रसन्न है और बच्चे के लिए कवि एक अपरिचित व्यक्ति है यही कारण है कि बच्चा भी उसे देख रहा है यह दृश्य बहुत ही वात्सल्य पूर्ण है

कवि के अनुसार फसल क्या है?

कवि के अनुसार फसल प्रकृति का सौंदर्य है नदियों के पानी से लहराता हुआ एक सुंदर  दृश्य सूर्य की किरणों वायु के मंद गति और मृदा की उपज का परिणाम है फसल की उपज मनुष्य और प्रकृति इन दोनों के मिलने से होती है मनुष्य खेतो‌ में बीज बोता है और हवा पानी मृदा आदि से फसल का निर्माण होता है।

कविता में फसल उपजाने के लिए आवश्यक तत्वों की बात कही गई है वे आवश्यक तत्व कौन कौन से हैं?

कविता में फसल बचाने के लिए निम्न आवश्यक तत्व बताए गए हैं जैसे मृदा, पानी, वायु ,मनुष्य |

फसल को हाथों के स्पर्श की 'गरिमा'और 'महिमा 'कहकर कवि क्या व्यक्त करना चाहता है?

हाथों के स्पर्श की 'गरिमा' और 'महिमा 'से कवि का तात्पर्य यह है कि हमारे देश का किसान अपने श्रम से अपनी मेहनत से खेतों में बीच को बोता है उसमें जल देता है उसके बाद मृदा में उर्वरक डालता है फिर फसल को काटता है और उसे बाजार में देता है किसान के श्रम को प्रदर्शित किया गया है।

भाव स्पष्ट कीजिए-

रूपांतर है सूरज की किरणों का

सिमटा हुआ‌ संकोच है हवा की धरकन का

इन पंक्तियों में सूरज और हवा  के मेल से ऊपजी जाने वाली फसल को दर्शाया गया है सूरज और हवा के मेल से फसल उपजती  है एक फसल के निर्माण में सूर्य की किरणें जल और मृदा तीनों मिलकर फसल का भोजन बनाती और फसल उपजती है।

कवि ने फसल को हज़ार-हज़ार खेतों की मिट्टी का गुण-धर्म कहा है-

( क)मिट्टी के गुणधर्म को आप किस तरह परिभाषित करेंगे

मिट्टी के गुण-धर्म का मतलब है उसमें इसमें मौजूद तत्व तत्व जैसे मिट्टी में पोषक तत्व होता है जिससे पौधे को जोड़ने में सहायता मिलती है खनिज पदार्थ मिट्टी का रंग और स्वरूप निश्चित करती है। मिट्टी की अधिक उपजाऊ क्षमता से फसल का उत्पाद भी अधिक होता है|

कवि ने फसल को हज़ार-हज़ार खेतों की मिट्टी का गुण-धर्म कहा है-

वर्तमान जीवन शैली मिट्टी के गुण धर्म को किस तरह प्रभावित करती है

वर्तमान जीवन में हम अत्यधिक कूड़ा कचरा फैला रहे हैं जिससे मिट्टी दूषित हो रही है इससे हम मिट्टी को प्रभावित कर रहे हैं उसकी शुद्धता को हटा रहे हैं उसे दूषित कर रहा है।

कवि ने फसल को हज़ार-हज़ार खेतों की मिट्टी का गुण-धर्म कहा है-

मिट्टी द्वारा अपना गुण- धर्म छोड़ने की स्थिति में क्या किसी भी प्रकार के जीवन की कल्पना की जा सकती है?

अगर मिट्टी द्वारा अपना गुणधर्म छोड़ दिया जाएगा तो इस संसार से हरियाली गायब हो जाएगी पेड़ पौधे नष्ट हो जाएंगे यदि पेड़ पौधे नष्ट हो गए तो मनुष्य जाति भी नहीं बचेगी पेड़ पौधे ही हमें ऑक्सीजन देते हैं। इसलिए मृदा का  गुणधर्म  बचाए रखना बहुत जरूरी है।

कवि ने फसल को हज़ार-हज़ार खेतों की मिट्टी का गुण-धर्म कहा है-

मिट्टी के गुण -धर्म को पोषित करने में हमारी क्या भूमिका हो सकती है

अगर हमें मिट्टी के गुण -धर्म को बचाना है तो हमें अपने आसपास कूड़ा कचरा कम फैलाना होगा प्लास्टिक के सामान को जितना हो सके कम उपयोग करना होगा और कंपनियों से निकलने वाले दूषित पदार्थों या रासायनिक पदार्थों को नष्ट करने का कोई अलग साधन ढूंढना होगा ताकि भूमि दूषित ना हो|